हाल ही में 18 मार्च 2018 को हुए जयपुर जिला क्रिकेट संघ के चुनाव की राजनीति इतने चरम पर थी कि राजस्थान ही नहीं पूरे भारत की नजरें इस चुनाव पर टिकी थीं। जयपुर जिला क्रिकेट संघ बराबर दो खेमों में __ बंटा हुआ था। एक तरफ आरसीए के पूर्व डिप्टी प्रेसीडेन्ट डॉ. बिमल सोनी का गुट था तो दूसरी ओर आरसीए के उपाध्यक्ष मोहम्मद इकबाल गुट के साथ पूर्व सांसद डॉ. महेश जोशी का साथ था। इस चुनाव के साथ राजस्थान क्रिकेट संघ की राजनीति की कड़ी जुडी हुई थी। डॉ. बिमल सोनी के गुट को जहां ललित मोदी का समर्थन प्राप्त होने के साथ ही अप्रत्यक्ष रुप से सरकार का भी सहयोग रहा। वहीं इकबाल गुट के साथ आरसीए के अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई थी। इस हाई प्रोफाईल चुनाव के इतना पेचीदा होने की वजह जानने के लिए पिछले चुनाव की पृष्ठभूमि में जाना आवश्यक है। जेडीसीए के पिछले चुनाव 10 सितम्बर 2016 को आरसीए एकेडमी पर सम्मन्न हुए थे। इस चुनाव में पूरी 17 पदों की कार्यकारिणी का चुनाव लगभग सर्वसम्मति से होना तय था लेकिन अन्तिम पांच मिनट में पूर्व रणजी कप्तान मोहम्मद असलम ने अध्यक्ष पद पर अपना फार्म भरकर चुनाव होना तय कर दिया। मोहम्मद असलम जो कि मोहम्मद इकबाल के भाई हैं, को बैठाने के भरसक प्रयास किये गये, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने की ठान रखी थी। कुल मिलाकर दो संयुक्त सचिव पद व अध्यक्ष के पद के लिए चुनाव
- - - - डॉ. महेश जोशी बने जयपुर जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष